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शेयर बाजार के साथ चूत चुदाई का ज्ञान मिला

शेयर बाजार के साथ चूत चुदाई का ज्ञान मिला

हॉट आंटी चुदाई कहानी में पढ़ें कि मुझे शेयर मार्किट की एक्सपर्ट मिली तो मैं उससे मार्किट के गुर सीखने लगा. बदले में मैं उनके काम कर देता था.

मेरा नाम यश है, ये बदला हुआ नाम है. मैं 28 साल का अविवाहित युवा हूँ.

मैं मध्यप्रधेश का निवासी हूँ और शेयर बाजार का काम करता हूँ.

मैंने शेयर बाजार में नया नया काम शुरू किया था मगर नासमझी के कारण मुझे उसमें नुकसान होने लगा, मेरी जमापूँजी खत्म होने लगी, जिससे मैं बहुत ही ज्यादा अवसाद में आ गया

इसके बाद मैं एक मनोवैज्ञानिक सर के यहां अपने आपको इस अवसाद की स्थिति से बाहर निकलने के लिए जाने लगा.
सर ज्योतिष का भी ज्ञान रखते थे, तो वहां बहुत लोग आते थे.

एक दिन मेरा सेशन चल ही रहा था, उसी वक्त वहां एक औरत आई.
उस हॉट आंटी की उम्र करीब 46-48 साल लग रही थी.
वो सर के पास अपनी जन्मकुण्डली के लिए आई थी.

वो सर से बोली- सर मेरा रिश्ता किसी के साथ नहीं हो पाता, कुछ न कुछ हो जाता है. कहीं कोई छोड़ कर चला जाता है या जिसे मैं चाहती हूँ, उसकी शादी हो जाती है.
मैं वहां बैठा ये सब सुन रहा था.

उस महिला ने सर को बताया कि वो 18 साल से शेयर बाजार में काम कर रही है और अच्छा मुनाफा कमा रही है.
ये सुनकर मेरे कान खड़े हो गए और मैं और ज्यादा ध्यान से उसकी बातों को सुनने लगा.

सर ने उसकी कुंडली देख कर उसको कुछ उपाय वगैरह बताए.
फिर सर ने मेरी तरफ देखकर कहा- इस बेचारे लड़के ने शेयर बाजार में बहुत नुकसान किया है. क्या इसका कुछ हो सकता है?

उस बात पर उस महिला ने मुझे देखकर कहा- शेयर बाजार से पैसा कमाना हर किसी के बस की बात नहीं है, पहले सीखना चाहिए, फिर शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए.
ऐसा कहती हुई वो सर से खुद के बारे में पूछने लगी और कुछ देर बाद चली गई.

उसके जाने के बाद सर मेरा सेशन करते रहे और अंत में उन्होंने मेरी छुट्टी करते हुए मुझे जाने की कह दी.

अगले दो दिन बाद मुझे फिर से सर के पास जाना था.

मैंने सर के पास जाकर उनसे कहा- सर मेरे पास कोई काम नहीं है. यदि मैं शेयर बाजार को थोड़ा सीख कर इसमें काम करूं, तो क्या मेरे ग्रह नक्षत्र इसकी इजाजत देते हैं?
सर ने कहा- हां क्यों नहीं. किसी अच्छे जानकार से सीखो.

मैंने सर से उन मैम के बारे में बात की, जो सर के पास आई थीं.
सर ने कहा- मैं तुम्हें बिना उसके पूछे, उसका नंबर तो नहीं दे सकता. लेकिन चलो तुम्हारे सामने ही उससे बात कर लेते हैं.

सर ने मेरे सामने उन मैम को फोन किया और उनसे कहा- मैम, उस दिन जिस लड़के की आपसे बात की थी, वो आपसे शेयर बाजार के बारे में थोड़ा सीखना चाहता है.
उन्होंने कहा- शनिवार के दिन उससे बात कर सकती हूँ.

सर ने उनकी इजाजत लेकर मुझे मैम का नम्बर दे दिया.
मैंने शनिवार को मैम को फोन लगाया.

मैम ने अगले दिन मुझे दिन में मिलने बुलाया.
मैं मैम के घर पहुंच गया.

मैंने बताया कि कैसे मुझको नुकसान हुआ.
तो मैम ने कहा- मैं तुम्हें सिखा तो दूंगी, लेकिन तुम्हें क्या आता है? तुम बदले में फीस भी नहीं दोगे.
मैं चुप था.

मैम ने आगे कहा- तुम्हें बदले में मेरे घर के कुछ काम करने होंगे.
क्योंकि उनके घर में कोई नौकर भी नहीं टिकता था.

तो यह तय हुआ कि वो मुझे शेयर बाजार में काम करना सिखा देंगी और मैं उनके घर के काम कर दिया करूंगा.

मैम घर में अकेली ही रहती थीं. मैम का घर ठीक था. न ज्यादा बड़ा … न छोटा.

पहले ये तय हुआ कि मैं सुबह रोज 7 बजे जाऊंगा, जहां पहले मुझे घर के थोड़े काम करने होंगे.
फिर मैम मुझे 10 से 3 बजे तक बाजार देखना सिखा देंगी. फिर 6 बजे शाम को मेरी छुट्टी होगी.

मैं समयनुसार अगले दिन सोमवार को 7 बजे पहुंच गया.

उधर जाकर मैंने पहले मैम के लिए चाय बनाई. फिर थोड़ी सफाई की और मैम ने बाजार खुलते ही मुझे शेयर बाजार सिखाना शुरू कर दिया.
शाम को मैंने मैम के लिए फिर से चाय बनाई और घर आ गया.

ऐसा कुछ दिन तक चलता रहा.

शनिवार बाजार बंद होता है तो उस दिन मुझे मैम के घर के काम ज्यादा करने थे.

उस दिन नाश्ता बनाकर मैम को देने गया.
मैम नीले रंग की गाउन मैं अपने पैर के ऊपर पैर रखकर पेपर पढ़ रही थीं.
उन्हें ऐसे बैठा देख कर पहली बार उनके प्रति मेरी कामवासना जाग गई.

मैंने नाश्ता टेबल पर रख दिया.

फिर कपड़े धोने आया तो मैम के कपड़े देखकर खुद का लंड झाड़ लिया.
अब मेरा मन डोल गया था. मैं सोच रहा था कि कुछ भी हो जाए, इनको चोदना ही है. वैसे भी उनको एक पार्टनर की तलाश थी.

मैम अभी भी पेपर पढ़ रही थीं.
मैंने उनसे कहा- मैम सारे काम हो गए हैं … कुछ और हो तो बताइए?
उन्होंने कहा- कोई काम नहीं है, तुम घर चले जाओ.

मैंने कहा- आप कहें, तो आप थक गई हैं, मैं आपके थोड़े पैर दबा दूं!
उन्होंने कहा- अरे नहीं, रहने दो.

मैंने मक्खन लगाते हुए कहा- आप मुझे इतनी कीमती चीज सिखा रही हैं तो मेरा इतना फ़र्ज तो बनता ही है.
मेरे ज्यादा बोलने पर बोलीं- ठीक है दबा दो.

वो आंख बंद करके चश्मा उतार कर अपने दोनों पैर फैलाकर लेट गईं.
मैंने उनके पैरों पर हाथ फेरा, थोड़ा दबाया.

मुझसे मैम के पैरों के तलवे देखकर रहा नहीं गया. इतने गोरे और चिकने कि क्या बताऊं.

थोड़ी देर बाद जब मैम की आंख लग गई तब मैंने उनके तलवे को जीभ से चाटना शुरू कर दिया.
मैम को शायद अच्छा लगा.

दस मिनट में दोनों तलवे चाटने के बाद मैम ने आखें खोलीं और बोलीं- तुमने बड़े अच्छे से मेरे पैर दबाए … क्या किया यार, बड़ा सुकून मिला.

मैंने कहा- मैम आपके पैर बहुत सुंदर हैं मैं इनको जीभ से चाट रहा था.
उन्होंने कहा- धत् तेरे की.

जब उन्होंने ऐसा बोला तो मैं हंस पड़ा.
मुझे लगा कि मैम खुश हैं, आगे बढ़ा जाए.

मैं फिर से मैम के तलवे अपनी जीभ से चाटने लगा.
इस बार मैम देख रही थीं और मजे से आंह आंह कर रही थीं.

मैं उनके पैरों को चाटते चाटते ऊपर आ गया. मैं उनके सिर को दबाने लगा और जैसे ही हाथ फेरने लगा, वैसे ही मेरा लंड एकदम से खड़ा होने लगा.

मैम भी समझने लगीं.
वो बोलीं- पैरो को छोड़कर कुछ और भी चाट सकते हो?

मैं समझ गया और मदांध हो गया.
मैंने उन हॉट आंटी की आंखों में झांका तो उनकी वासना भरी निगाहों ने मुझे चुदाई का इशारा कर दिया, हाथ से उन्होंने अपने चूचे दबा दिए.

मैंने समझ लिया कि मैम की चूची चुसवाने की कामना है शायद.
आगे बढ़ कर मैंने उनकी नीली नाइटी खोल दी.
अन्दर मैम ने नीली ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी.

मैम अन्दर से एकदम गोरी मलाई सी थीं.
मैं उन्हें गर्दन से चाटने लगा, नीचे को आया तो मैम ने अपनी बांहें ऊपर उठा दीं. उनकी बगलों में छोटे छोटे सुनहले से बाल थे.

मैंने दोनों बगलों को चाटा.
इसके बाद मैम ने मेरे कपड़े खोल दिए और बोलीं- बस अब मुझे चोद दो. आज तुम मुझे ऐसा चोदना कि मजा आ जाए. मैंने काफी दिनों से ढंग से सेक्स नहीं किया है.

मैं गनगना गया था.
मैम ने मेरा लंड देखा और बोलीं- गजब है तेरा लंड!

मैंने मैम की पैंटी की इलास्टिक में अपनी उंगलियां फंसाईं और उनकी आंखों में झांका.

मैम ने पैंटी उतरवाने में लिए अपनी गांड उठा दी और मैंने पैंटी उतार का अलग रख दी.
उनकी चूत झांटों वाली थी.
मैंने हाथ फेरा तो चूत गीली हुई पड़ी थी.

तब मैंने उनके पैर खोले और जीभ से उनकी पूरी चूत को चाटने लगा.
मैम मेरे सर पर हाथ फेरने लगीं.
कुछ देर बाद मैम ने 69 में आने का कहा.

तो मैंने उनका हाथ पकड़ा और नीचे लिटा कर उल्टा होकर मैम के ऊपर लेट गया.

अब मैं चूत चाट रहा और वो मेरे लंड से खेलने लगीं, अपने दोनों मोटे मोटे दूध से लंड दबाने लगीं.
मैं चूत चाटता रहा.

मैम बहुत तेजी से साथ खुद भी अपनी उंगली चूत में डालने लगी थीं.

मैं और मैम पूरे नंगे थे.
उसी पल मैम मुझे धक्का देकर मेरे ऊपर चुदाई की पोजीशन में चढ़ गईं.
वो मुझे किस करने लगीं.
मेरे मुँह में जीभ डालकर लार चूसने और चुसाने लगीं.

मैंने कहा- आपने अपने मुँह में मेरा लंड नहीं लिया.
वो हंस दीं. शायद वो मेरे मुँह से लंड चूसने की बात सुनना चाहती थीं.

उन्होंने नीचे आकर कुछ मिनट तक लंड मुँह में लेकर चूसा.

फिर मैं चुदाई की मुद्रा में आ गया और उनकी टांगें उठा कर उनकी गुलाबी गांड चाटने लगा.

मैम के एकदम गोरे चूतड़ देखकर मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

तभी मैम बोलीं- अब चोदो बेटा.
मैंने अपना लंड मैम का चूत की फांकों में रख दिया और पहले ही झटके में मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.

मेरे इस धक्के से मैडम की चीख निकल गई लेकिन वो संभल गईं.

फिर कुछ पल बाद मैम मेरे लंड से जोर जोर से चुदवाने लगीं.
करीब आठ मिनट बाद मैं झड़ गया और फिर से मैम की चूत चाटना शुरू कर दी.
वो मेरे मुँह पर झड़ गईं.

हम दोनों एक दूसरे की बांहों में थे.

फिर हम दोनों साथ में नहाये.

मैम मुझे अपने साथ बाथरूम में ले गईं.
वहां वो पहले चूत रगड़ती रहीं और मैं उनके चूतड़ चाटता रहा.

मैम ने फिर से मेरा लंड खूब देर तक चूसा.

कुछ देर बाद चुदास चढ़ गई तो मैम बाथरूम में मेरे ऊपर चढ़ गईं.
उन्होंने अपनी चूत को मेरे लंड पर रख दिया और गांड पटकने लगीं.

इस बार मेरा लंड भी लम्बी रेस का घोडा बन गया था. मैम ने अपनी चूत खूब चुदवाई.

मैम मुझसे बहुत खुश हो गई थीं. वे बोलीं- अच्छा हुआ जल्दी हमारे बीच सब आराम से हो गया. अब हम दोनों को घर में कपड़े नहीं पहनने पड़ेंगे.
मैंने कुछ नहीं कहा.

मैम बोलीं- अब तुम्हें घर का एक ही काम करना है, मुझे चोदना.
मैं खुश हो गया.

मैंने मैम से शेयर बाजार की बात की तो बोलीं- अब से मैं तुम्हारे नाम से भी शेयर में दांव लगाऊंगी.
मैम ने मेरे नाम से शेयर बाजार में बिजनेस करना शुरू किया और मुझे भी ढेर सारी कमाई करवा दी.

इस तरह अब मैं हॉट  आंटी को रोजाना चोदता हूँ. हम दोनों चुदाई में एक दूसरे को बड़ा मजा देते हैं.
मैम ने अपनी गांड भी मुझसे मरवाई. उन्हें शादी से ज्यादा मजा मेरे साथ आने लगा था.

मैं कभी कभी रात को मैम के साथ उनके घर पर ही रुकने लगा था.
मैम को शराब और सिगरेट खूब रास आती थी तो शराब सिगरेट और ब्लू फिल्म का मजा भी मिलने लगा था.

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