Breaking News

पड़ोसन टीचर भाभी को पटाकर चोदा

देसी भाभी चुदाई कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक जवान टीचर के साथ सेक्स की है. वो अपने पति के दुर्व्यवहार से दुखी थी. मैंने उससे बात की तो दोस्ती हो गयी.

नमस्कार दोस्तो, मैं विक्की उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला हूँ.

सबसे पहले मैं अपने बारे में बता देता हूँ. मैं 25 साल का नौजवान लड़का हूँ और मेरी हाइट 5 फिट 7 इंच है. मेरे लंड का साइज 7 इंच है और मोटाई 4 इंच की है.

यह घटना मेरे साथ नवम्बर 2017 में उस वक्त घटी, जब मैं अपने व्यापार के काम से लखनऊ में नए कार्यालय को सैट करने के लिए आया था और उधर एक अपार्टमेंट में फ्लैट लेकर रहता था.

तो मजा लें  देसी भाभी चुदाई कहानी का.

वहां पर मेरे फ्लैट के बगल में एक भाभी रहती थीं, जिनका नाम प्रियंका (बदला हुआ नाम) था.
प्रियंका भाभी देखने में बहुत हॉट थीं. उनका साइज 32डी-30-34 का था. वो एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं.

भाभी के परिवार में उनके पति और दो बच्चे थे. एक 9 साल का और एक 5 साल का था.
शुरुआत में तो हमारी कोई बात नहीं होती थी.

लेकिन एक दिन रात को मैं देर से घर आया तो बस सोने की तैयारी कर रहा था.
उसी वक्त अचानक से किसी ने मेरी डोर बेल बजाई.
जब मैंने दरवाजा खोला तो सामने भाभी ब्लू कलर की सिल्क के नाईट सूट में ख़ड़ी थीं.

भाभी को देखते ही मेरा दिमाग़ हिल गया.
मन तो किया कि अभी अन्दर खींच कर किस करना चालू कर दूँ.
लेकिन पहली मुलाक़ात थी इसलिए खुद को संभालते हुए उनसे आने का कारण पूछा.

उन्होंने बताया- मेरे फ़ोन का नेट खत्म हो गया है, तो क्या आप अपना हॉटस्पॉट ऑन कर सकते हैं … क्योंकि मुझे स्कूल का कुछ जरूरी काम पूरा करना है.
मैंने उनसे कुछ मस्ती अंदाज में कहा- आप जैसी सुन्दर महिला के लिए तो मैं हमेशा सब कुछ खोल सकता हूँ.
इस पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और बोलीं- आप हॉटस्पॉट दे सकते हैं या नहीं?

मैंने उनको अपने फ्लैट में लगे वाईफाई का पॉसवर्ड बताया और कहा कि आप मेरा नेट हमेशा यूज़ कर सकती हैं.
वो उधर ही खड़ी होकर अपने मोबाइल का नेट कनेक्ट करने लगीं.
मैं उन्हें देखता रहा.

नेट कनेक्ट होते ही भाभी चली गईं
इसके बाद धीरे धीरे हमारी बातें होने लगीं.

एक दिन उनके हस्बैंड बहुत लड़ रहे थे, तेज तेज आवाज आ रही थीं.
मैंने इंसानियत के नाते उसी समय उनको समझाया और अपनी पत्नी पर गुस्सा ना होने की कई बातें बताते हुए उनको शांत कराया.

उस दिन भाभी के ऊपर मेरा काफी अच्छा प्रभाव पड़ा.
इसके बाद एक दिन मैं फ्लैट में ही था तो दोपहर को भाभी ने अपने बेटे को मुझे बुलाने के भेजा.

उन्होंने मुझे चाय के लिए बुलवाया था.
ज़ब मैं उनके फ्लैट पर पहुंचा तो भाभी ने मुझे चाय दी और बातें करने लगीं.

चाय पीते पीते भाभी ने मुझसे पूछा- आपको महिलाओं के बारे में बहुत जानकारी है. आपकी शादी हो गयी है क्या?
मैंने कहा- नहीं भाभी, शादी तो नहीं हुयी है लेकिन रहते रहते जानकारी जरूर हो गयी है.

उन्होंने उसी समय कहा- हम्म … तो फिर आपकी कोई गर्लफ्रेंड होगी?
मैंने कहा- नहीं भाभी, वो भी नहीं है.

भाभी ने कहा- मैं मान ही नहीं सकती.
मैंने कहा- आप जैसी कोई लड़की जिस दिन मिल गई, उसी दिन गर्लफ्रेंड बना लूंगा.

भाभी हंस दीं.
फिर उसके बाद मैंने उनके पति के बारे में पूछ लिया.

वो उदास होकर बोलीं- वो कुछ ज्यादा ही दारू पीते हैं और इसी तरह से मेरे साथ गाली गलौज व मारपीट करते रहते हैं.
इस बात पर मैंने माहौल समझते हुए बात पलट दी और बोल दिया- आप बुरा ना माने तो मैं एक बात कहूं?
उन्होंने कहा- हां बोलो न!

तब मैं बोला- मैंने सुना है कि नशे में आदमी बेड में तो बहुत मस्त होता है?
इस पर वो कुछ मायूस हो गईं और उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.

मैंने फिर से पूछ लिया.
इस पर भाभी बोलीं- आपको किसने बताया?
मैंने कहा कि सुना है.

उन्होंने कहा- आप भी पीते हैं क्या?
मैंने कहा- नहीं.

तो उन्होंने कहा- आपने जो भी सुना, गलत सुना है. पीने से आदमी और बेकार हो जाता है.
मैंने तुरंत मौके पर चौका मारा और भाभी से पूछ लिया- तो फिर आपका काम कैसे चलता होगा?

उन्होंने बिंदास कहा- बीएफ़ के दम पर.
मैं यह सुनकर एकदम से दंग रह गया और चुप हो गया.

फिर भाभी ने कहा- एक बात बताओ, तुम पहले दिन रात में दरवाजे पर मुझे क्यों घूर रहे थे … और क्या देख रहे थे?
मैंने भी सीधे सीधे बोल दिया- आपका फिगर.

इस पर भाभी तुरंत बोलीं- अरे, मेरे फिगर में क्या खास दिखा है. मेरे ये 32डी के हो गए हैं. अब क्या बचा है?

भाभी की जुबान से इतनी बिंदास बातें सुनकर मैं बिल्कुल फ्री हो गया और समझ गया कि ये पक्का चुदेगी लेकिन कब … यह नहीं पता था.

मैंने भी भाभी की इस बात पर बिंदास होकर जवाब देते हुए कहा- अरे 32डी क्या हैं, मेरे जैसा बंदा नहीं होगा आपका बीएफ … नहीं तो अब तक 34D के हो जाते.

इस बात पर भाभी इठलाती हुई बोलीं- अरे छोड़ो … एक गर्लफ्रेंड तो पटा नहीं पाए और 34डी करने की बात करते हो.

इस बात से मेरा दिमाग़ ख़राब हो गया और मैंने सीधे बोल दिया- आप एक रात का मौका दो, समझ लेते हैं कि कौन सही कौन गलत!
यह कहकर मैं अपने फ्लैट में चला आया.

फिर दो-तीन दिन ऐसे ही बीत गए और भाभी से मेरी बात नहीं हो पायी क्योंकि मैं रात में एक बजे के बाद ही फ्लैट पहुंच पा रहा था.

वो शनिवार का दिन था, मैं फ्लैट पर ही था.
भाभी ने मुझे अपने बेटे से बुलवाया.

जब मैं गया तो उन्होंने मुझे पानी पीने के लिए पूछा और बोलीं- उस दिन देखने की बात कहकर बिना जवाब लिए चल गए … और फिर न जाने कहां गायब हो गए?

मैंने बताया कि भाभी मैं बिज़नेस के काम में बिजी था, इसलिए नहीं मिल सका.
वो हम्म कह कर चुप हो गईं.

फिर मैंने उनसे मुझे बुलवाने का कारण पूछा.
उन्होंने कहा- अभी थोड़ी देर में व्हाट्सएप चैक कर लेना.
मैंने कहा- ओके.

मैं फिर से अपने रूम पर आ गया.

थोड़ी देर बाद भाभी का व्हाट्सएप आया और उन्होंने सीधे सीधे बोला- आपके भैया बच्चों के साथ आज शाम को गांव जा रहे हैं … वो मंगलवार को आएंगे, इसलिए तैयारी कर लो.

दोस्तो मैसेज को पढ़ते ही मुझे जो खुशी हुईं, उसे सिर्फ वही समझ पाएगा जिसके साथ कभी ऐसा हुआ होगा.
मैंने भाभी को मज़ाक करते हुए रिप्लाई किया- कैसी तैयारी?

उन्होंने गुस्से वाला इमोजी भेजते हुए लिखा- ज्यादा भोले मत बनो, वो 32डी से 34डी करने की तैयारी कर लो और अगर पास नहीं हुए तो पार्टी लूँगी.
मैंने कहा- ओके.

इस पर भाभी का फिर से एक रिप्लाई आया और उन्होंने लिखा- विक्की मेरी जान, कंडोम मत लाना क्योंकि तुम्हारा लंड नया है, मैं उसे ऐसे ही लेना चाहती हूँ.
इतनी खुली बात सुनकर मैं समझ गया कि भाभी पूरी रांड हैं.

मैं पूरा दिन शाम का इतंजार करता रहा.
शाम को 6 बजे भैया बच्चों के साथ गांव निकल गए.

उनके जाने के आधा घंटा बाद ही भाभी पिंक कलर की नाइटी में मेरे फ्लैट पर आ गईं और घंटी बजा दी.
मेरे दरवाजा खोलते ही वो मेरे गले से चिपक गयीं.

मैंने पहले दरवाजा बन्द किया, फिर उनको वही दीवार से लगाकर किस करने लगा.

दोस्तो, सच बता रहा हूँ मुझे भरोसा नहीं हो रहा था कि  देसी भाभी मुझे इतने आसानी से मिल गयीं.

मैंने भाभी को वहीं किस किया और उसके बाद अन्दर आ गए.
अन्दर आते ही भाभी ने अपनी नाइटी उतार दी और मेरे लोवर को नीचे खींच कर उतार दिया.

वो मुझे फिर से किस करने लगीं.
मैं भी उनको खा जाने की कोशिश कर रहा था.

मैं भाभी को किस करते करते उनके एक दूध को दबाने लगा और दूसरे में मुँह लगाकर पीने लगा.
भाभी को यह बहुत अच्छा लग रहा था.

वो मेरे सर पर हाथ लगाकर ‘पी जाओ मेरे जानू आई लव यू विक्की …’ बोल रही थीं.
मैंने दूध पीते पीते एक हाथ भाभी की काली पैंटी के अन्दर डाल दिया.

कसम से अनुभव की बात बता रहा हूँ कि कोई भी औरत या लड़की हो, जब आप उसके बदन को छूते हो, तो उसकी पैंटी में नदियां बहने लगती हैं.
यही भाभी की चूत के साथ था बिल्कुल आग बरस रही थी.

चिकनी चूत में मेरा हाथ लगते ही भाभी थोड़ी सी उचक सी गयीं.

मैं उनसे अलग हुआ और मैंने उनकी पैंटी उतार दी.
उन्होंने भी मेरी टी-शर्ट और मुझे नंगा कर दिया.
हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.

वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थीं जैसे लॉलीपॉप चूस रही हों और मैं भी उनकी चूत पर जीभ रगड़कर चूसने लगा था.
हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था.

मुझे वैसे भी चूत चूसने में बहुत मजा आता है.
अभी मैंने भाभी की चूत थोड़ी देर ही चाटी होगी कि उनकी चूत ने नमकीन पानी की धारा मेरे मुँह में बहा दी, जिसे मैंने पूरा चाट लिया और चूत को साफ कर दिया.

अब भाभी उठीं और बोलीं- पहले एक बार अपने इस लंड को मेरी चूत में पेल दो … क्योंकि तुम्हारा लंड मेरे पति और ब्वॉयफ्रेंड दोनों से बड़ा है.
यह सुनते ही मेरे लंड में और उफान आ गया.

मैंने भाभी को खड़ा करके बेड के साइड में घोड़ी स्टाइल में खड़ा किया और पीछे से उनकी चूत में एक जोरदार प्रहार दे दिया.
इससे मेरा आधा लंड उनकी चूत में घुस गया.

आधा लंड लेते ही भाभी की चीख निकल गई.
वो कराहती हुई बोलीं- उईई म..मां मर गयी … आराम से … बहुत बड़ा है तेरा.

मैं थोड़ी देर वैसे ही रुका रहा, उसके बाद मैंने एक और झटका दे दिया.

इस बार मैंने पूरा का पूरा लंड भाभी की चूत की गहराई तक ठोक दिया.
भाभी के मुँह से फिर से ‘उईई मम्मीईई फाड़ दी मेरी चूत …’ निकल गया.

मैं भाभी को धकापेल चोदने लगा.
भाभी ‘उउ उउ आ अअ मम्मम्मी और तेजज्ज … और तेज्ज …’ कह रही थीं.

मैं भाभी को स्पीड में पेल रहा था.
कोई 5 ही मिनट में ही भाभी झड़ गयीं.

अब उन्होंने पोजीशन बदलने के लिए बोला.
इस बार वो बेड पर सीधी लेट गईं और बोलीं- इसी पोजीशन में मेरी पूरी ताकत से चुदाई करो.

मैंने उनके ऊपर आकर उनको फिर से पेलना चालू कर दिया.
वो बार बार बस ‘चोद दो … आंह और तेज आह तेज चोदो … उम्म्म्म अअ ऊऊऊ …’ कर रही थीं.

मैंने उनको फुल स्पीड में कुछ देर तक चोदा.
इस बीच वो झड़ चुकी थीं.

अब मेरा निकलने वाला था तो मैंने पूछा- भाभी रस कहां लोगी?
उन्होंने तुरंत कहा- अन्दर नहीं … मुझे पीना है … मुझे तुम्हारा माल मुँह में लेना है.

मैंने ये सुनकर स्पीड और तेज की.
करीब 10-12 धक्कों के बाद लंड उन टीचर की चूत से निकाला और उनके मुँह में सारा माल निकाल दिया.
वो बहुत मस्ती से लंड रस पी गयीं और मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया.

इसके बाद हम दोनों अलग होकर अगल बगल लेट गए और बातें करने लगे.
मैंने पूछा- कैसा लगा भाभी?

उन्होंने मेरे माथे पर किस करते हुए कहा- आज के बाद तुम्हारा और तुम्हारे भैया के अलावा किसी का लंड नहीं लूँगी और तुम भी वादा करो कि तुम मुझे अब से भाभी नहीं, प्रियंका बुलाओगे.
मैंने वादा किया.

भाभी- जब तक हम पास हैं, तब तक तुम मुझे ही चोदोगे.
मैंने हामी भर दी.

इसके बाद हमने मंगलवार तक बराबर चुदाई का खेल खेला.
फिर भईया और बच्चे आ गए, तब भी हमारा ये खेल चलता रहता था.

ये खेल 2020 सितम्बर तक चला, जब तक वो अपने गांव नहीं चली गयीं.

No comments