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गर्लफ्रेंड को जन्मदिन का उपहार दिया लंड

हॉट गर्ल  कहानी में एक लड़की मेरी शायरी पर फ़िदा हो गयी. जवानी हम दोनों पर झूम कर आई थी. थी. बस तन की आग बुझाने हम एक होटल में चले गए.

सभी लंड धारियों को मेरा नमन और चूत की हसीनाओं को मेरा प्यार.
मेरा नाम ऋषभ है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ.

यह मेरी पहली सेक्स कहानी है और आज से करीब 4 साल पहले की है.
तब मैंने अपनी जवानी के 21 वें साल में कदम रखा था.

वैसे तो मुझे शादीशुदा महिलाओं में ख़ास दिलचस्पी है.
मैं काफ़ी भाभियों की आग ठंडी कर चुका हूं और आज भी ढूंढता हूँ कि कोई भाभी या आंटी चोदने को मिल जाए तो पकड़ कर अच्छे से रगड़ दूँ.
जिस भी भाभी या आंटी को लंड की सच्ची में तलाश होती है, मैं उसके लिए हमेशा हाज़िर रहता हूँ.

मेरे लंड का साइज 6.4 इंच है और मोटा भी इतना है कि किसी भी चूत को फाड़ दे.
मैं जिम जाने वाला बन्दा हूं, तो मुझ पर कसी हुई जवानी साफ दिखती है. मेरी हाइट साढ़े पांच फुट की है.

मेरी इस हॉट गर्ल कहानी की किरदार मेरी गर्लफ्रेंड है, उसका नाम सलोनी (बदला हुआ) था.
सलोनी एक क़ातिलाना और गदराए हुए फिगर की मालकिन थी. उसका फिगर 34c-32-38 और रंग बिल्कुल दूध सा गोरा था.
उसकी उठी हुई गांड और भरे हुए चूचों को देख कर किसी का भी लंड सलामी देने लगता था.

हमारी मुलाक़ात फेसबुक के जरिए हुई थी.
मुझे उन दिनों शायरी का शौक था. सलोनी मेरे इसी शौक के चलते मुझ पर फ़िदा थी.

जवानी की मार हम दोनों पर झूम कर पड़ी थी. प्रेम क्या होता है, समझ ही नहीं थी. बस युवा मन ने एक दूसरे को सच्चा प्रेमी मान लिया था.
इस वय में मन की प्यास, तन की आग बुझने से ही बुझ जाती थी … बस यही समझ आता था.

सलोनी किसी के साथ अपनी सील तुड़वा चुकी थी, ये जानकर भी मुझे कोई ऐतराज नहीं था.
मैं भी तो कोरा नहीं था.

उससे मिलने की मेरी प्यास बढ़ने लगी थी.
वो भी मेरे साथ मिलने को बेचैन थी.

कुछ हफ़्ते ही बाद उसका जन्मदिन आने वाला था.
हमारे बीच उसी समय मिलन होने की बात जम गई थी.

हम दोनों ने प्लान बनाया कि कहीं बन्द कमरे में मिलेंगे.
बंद कमरे में मिलन का अर्थ हम दोनों ने बखूबी समझ लिया था.
अंग से अंग मिलाने को लेकर हम दोनों ही कामातुर हो गए थे.

मैंने केक और 2 बियर की बोतल साथ में रख लीं.
प्लान के मुताबिक़ भी … और अपने दोस्त के कहने पर कंडोम भी ले लिए.

फिर हम दोनों होटल पहुंचे, तो सीधा कमरे में आ गए.
कमरे में आते ही मैंने सलोनी को बांहों में भर लिया … और पता ही नहीं चला कि कब हमारे होंठ से होंठ मिल गए.

करीब दस मिनट की एक लंबी किस के बाद वो बोली- जान … मैं आज तुम्हारी हूँ. मगर मुझे पहले फ्रेश तो हो आने दो.

मैंने वक्त की नजाकत को समझ कर उसे जाने दिया.

उसके जाते ही केक को बिस्तर के बाजू की टेबल पर रख दिया और कंडोम को तकिए के नीचे दबा दिया.

बियर की बोतलों को सेंटर टेबल पर रख कर उसके बाहर आने का इन्तजार करने लगा.
जब वो बाहर आई, तो उसे देख कर मेरे होश फाख्ता हो गए.

वो ब्लैक ब्रा और लाइट रेड पैंटी में मेरे सामने ऐसे खड़ी थी … जैसे कोई अप्सरा खड़ी हो.
उसके मदमस्त यौवन पर ब्रा पैंटी के अलावा सिर्फ हील्स थीं.
फैशन टीवी की किसी हसीन मॉडल सी वो मेरे सामने इतरा रही थी.

उसे यूं देख कर मेरा खुद पर कंट्रोल नहीं रहा, मैं सीधा उसके ऊपर टूट पड़ा.
गर्दन से शुरूआत करते हुए मैं उसके बदन के हर जर्रे को चखता चला गया.

मैं अपने दोस्तों को बता दूं कि औरत का सबसे नाज़ुक हिस्सा उसकी गर्दन ही होती है.
गर्दन, मर्द के हल्के चुम्बन से ही औरत को गर्म कर देती है.

यही हुआ … सलोनी वासना से तड़फ उठी और मेरे हर चुम्बन को स्वीकार करती हुई अपने अधरों से मेरे बदन को चूमने लगी.
धीरे धीरे मैं उसके तने हुए गुब्बारों को नापने लगा.
खड़े खड़े ही मैंने उसकी ब्रा मम्मों से अलग करके दूर फेंक दी.

फिर दोनों चूचों को और निप्पल को किसी आटे की तरफ गूँथने लगा.
उसको भी ऐसा करवाने में मज़ा भी आ रहा था और दर्द भी हो रहा था.

उसकी मीठी आवाजों से और मेरे होंठ काटने से साफ़ अंदाजा लग रहा था कि वो मस्त हो रही है.
तभी मुझे होश आया कि हम दोनों अब तक खड़े हुए हैं.

मैंने उसे उठाया और सीधा बिस्तर पर पटक दिया, फिर मैं गर्दन से होते हुए सीधा चूचे चूसने लगा.
वो मेरे प्यार से तड़फने लगी ‘उफ़्फ़ … आराम से … आहह … आह मर गई …’

मादक सिसकारियों के साथ वो मेरा साथ दे रही थी.
मैंने एक हाथ उसकी पैंटी में डाला और चूत का दाना रगड़ने लगा जो कि पूरा गीला हो चुका था.
मैं उस हॉट गर्ल की चूत में उंगली कर रहा था.

अब वो भी मेरे कपड़े उतारने लगी.
जल्दी ही मैं सिर्फ कच्छे में था और मेरा लंड तम्बू बना खड़ा था.
उसने जैसे ही मेरा खड़ा लंड देखा, वो उसे नंगा करके सीधा उस पर टूट पड़ी.

ऐसा लग रहा था कि ना जाने कितने जन्मों की प्यासी हो.
वो लंड की मुठ मारने लगी.

मैंने उसे लंड चूसने का इशारा किया.
वो झपट पड़ी और लंड को सीधा मुँह में लेकर उसे लॉलीपॉप बनाते हुए चूसने लगी.

मैंने हाथ बढ़ाया और पास की टेबल पर रखा केक उठा कर कर उसकी चूत पर लगा दिया.
वो भी अपनी टांगें फैला कर चूत पर केक लगवाने लगी.

मैं केक लगी चूत चाटने लगा.
वो कमर को जुम्बिश देती हुई मेरे मुँह पर चुत को रगड़ने लगी.

करीब दस मिनट की बिंदास चुसाई के बाद वो बोली- आह जान … अब जल्दी से डाल कर एक बार चोद दो … मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है.

मैंने भी ज़्यादा तड़पाना सही नहीं समझा और उसकी गांड के नीचे तकिया लगा कर लंड चुत पर सैट कर दिया.
जब तक वो सम्भल पाती कि मैंने एक झटका दे मारा.

अभी मेरा आधा ही लंड घुसा होगा कि वो चीख़ पड़ी- आआह … मर गई ऋषू … इसको बाहर निकालो … मुझे दर्द हो रहा है … आह बहुत मोटा है तुम्हारा … आह ज्यादा मोटा है.

हालांकि उसकी चूत पहले ही खुली हुई थी लेकिन साली मेरे मूसल को झेल न पाई.
उसकी चूत में मेरा लंड किसी कॉर्क की तरह फंस गया था.
वो बेहद छटपटा रही थी.

मैंने उसकी चिल्लपौं को अनदेखा करके एक और झटका दे दिया और होंठों को जकड़ लिया.
वो मेरे हाथ को दांतों से काट रही थी और मुँह से गों गों की आवाज़ कर रही थी.

मैंने कुछ नहीं देखा. बस लंड को अन्दर ही पेलता गया.
कुछ पल बाद वो भी लंड को सहन करके चुदने लगी.

अब मैं पूरी रफ़्तार से उसकी चुदाई कर रहा था.
कुछ मिनट बाद उसकी सांसें तेज़ हुईं और वो मेरी पीठ पर नाखून गाड़ने लगी.

वो नीचे से गांड उठा उठा कर झटके दे रही थी और बोलती जा रही थी- आह तेज़ करो … ऋषू … आह और तेज़ और तेज़ … साले रुकना मत … फाड़ दो मेरी … आह मैं आ रही हूं आह आह ऋषू संभालो मुझे.
हवा में उसकी दोनों टांगें उठी हुई थीं और नीचे से गांड उठा कर वो लंड से लोहा ले रही थी.

तभी उसकी चूत का गर्म पानी मुझे महसूस होने लगा था.
लेकिन अभी मेरा नहीं हुआ था तो मैं ताबड़तोड़ धक्के मारे जा रहा था.

वो मुझे हटाने की कोशिश कर रही थी और बोल रही थी- बस करो … आह अब दर्द हो रहा है … आह जलन हो रही है … रुक जाओ.
मगर मैं कहां सुन रहा था.

काफी देर बाद हमारा पहला राउंड खत्म हुआ.
फिर हम दोनों चुम्मा चाटी के बीच अलग हुए.

कुछ देर आराम करने के बाद दोनों ने एक एक बीयर पी और दोबारा आपस में गुंथ कर एक दूसरे को गर्म करने लगे.

धीरे धीरे हम दोनों गर्म हुए, तो मैंने उसको 69 में आने को कहा.
वो झट से आ गई.

मैं अपनी जीभ को नुकीला करके उसकी चूत चोद रहा था और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां ले रही थी.
वो मेरे बालों को पकड़ कर बोल रही थी- आह खा जाओ आज इसको … आह इसने बहुत परेशान कर रखा है मुझे!

कुछ देर चूसने के बाद जब वो झड़ गई तो मैं उसके चूचे रगड़ने लगा.
हम दोनों पर बियर का हल्का नशा था, बेहद मजा आ रहा था.

मैं उसके मम्मों को किसी जंगली जानवर की तरह चूस रहा था.
वो ‘आआहह … शी ई …’ करके मेरे बालों को सहला रही थी. वो अपने हाथ से अपने दूध पकड़ पकड़ कर मुझे पिला रही थी.

उसकी इस अदा का मैं कायल हो गया था, मैं भी उसकी आंखों में आंखें डालकर उसकी चूचियों को खींच खींच कर चूस रहा था.
एकदम कच्ची अमियां चूसने का सा स्वाद आ रहा था.

निप्पल खिंचवाते समय उसकी आंखें मीठे दर्द का बयान कर रही थीं, जो मेरे लौड़े को उसकी चूत में घुस जाने के लिए ललकार रही थीं.
कुछ ही देर में लंड की जिद के आगे मैं नतमस्तक हो गया.

मेरा लंड एकदम कड़क होकर उसकी चूत में घुसने की फ़िराक में था.
मैंने उससे घोड़ी बनने के लिए बोला.
तो वो नखरे करने लगी- नहीं, मैं उस पोजीशन में सेक्स करना नहीं जानती हूं … शायद तुम मेरी गांड मारोगे.

मैंने उसके हाथ सहलाते हुए कहा- नहीं यार, तुम्हारी गांड बिल्कुल मख़मल सी है, इसको कैसे मारूँगा. मुझे तो बस चूत चाहिए. तुम मुझ पर भरोसा रखो.
वो मान गई.
मानना ही था उसको, क्योंकि साली की चूत भी तो लंड लंड कर रही थी.

फिर मैंने उसकी चूत पर थूक लगाया और लंड सैट करके एक ही झटके में लंड अन्दर तक पेल दिया.
उसकी मीठी आह निकल गई.

वो सिल्क सी मचलने लगी और मैं उसकी चूत में लंड पेले हुए उसे चोदने लगा.

कुतिया बनी हुई वो किसी कुतिया की तरह ही आवाज कर रही थी.
मैं उसकी पीठ पर चढ़ा हुआ था और अपने हाथ से उसके दूध मसल मसल कर लंड चूत में पेल रहा था.
कुछ 5-7 मिनट यूं ही चोदने के बाद मैंने पोजीशन बदली.

अब वो मेरे लंड के ऊपर उछल रही थी.
उछलते समय उसके चूचे जैसे कोई गुलाबी गुलाबी गुब्बारे हवा में उछल रहे हों, इस तरह ऊपर नीचे उछल रहे थे.

अब वो थक रही थी, उसकी हालत ख़राब हो रही थी.
मैंने उसे नीचे लिटा दिया और मैं उसके ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा.

मैं उसे पूरी रफ़्तार से चोद रहा था.
उसका एक बार हो चुका था लेकिन वो रुकना नहीं चाह रही थी.

उसको लंड की मोटाई को पूरी तरह से अपनी चूत में सैट कर लेने का मन था.
वो आज ऐसे चुद रही थी … जैसे जन्मों की भूखी रांड को आज ही चुदाई मिली हो.

हॉट गर्ल संग यह  राउंड भी काफी देर तक चला जिसमें वो 2 बार झड़ गई.

उस दिन मैंने उसकी 4 बार चूत मारी और एक बार गांड भी मार ली जिसमें वो काफी रोई और तड़फी.

उसकी गांड चुदाई की कहानी मैं बाद में सुनाऊंगा.

उम्मीद करता हूँ आपको ये हॉट गर्ल कहानी पसंद आई होगी.

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