Breaking News

मेरी जवानी और सेक्स की प्यास 3

हॉट गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपने रिश्तेदारी के एक स्मार्ट लड़के को सेक्स के लिए पटा रही थी. लेकिन मुझसे से पहले मेरी सहेली उससे चुद गयी. कैसे?

हॉट गर्ल सेक्स कहानी का पिछला भाग: मेरी जवानी और सेक्स की प्यास 2 अगले दिन रागिनी ने मुझे सुबह सात बजे उठाया, बोली- तैयार हो जा … घर चलना है. तो मैं उठकर तैयार हो गयी. बाहर आंटी ने हमारे लिए नाश्ता लगा दिया था. उसके बाद हम लोग अपने घर आ गए। अब इसी तरह एक हफ्ता बीत गया लेकिन कुछ हो नहीं पाया।

एक दिन सुबह दस बजे भैया का फ़ोन दादी के फ़ोन पर आया.
उन्होंने बताया कि मम्मी की तबीयत खराब है.
तो दादी को जाना था।

दादी ने मुझको अपने साथ चलने के लिए बोला क्योंकि घर में किसी एक का रुकना ज़रूरी था.
क्योंकि वो 3 या 4 दिन के लिए जा रही थी.
इस पे रागिनी जाने की ज़िद करने लगी और रोने लगी.

तो दादी ने मुझे ना जाने के लिए मना लिया और बोली- अकेली मत रुकना. रात को किसी सहेली को बुला लेना.
इतना कहते हुए रुक गयी, बोली- सहेली को रहने दो. मैं साहिल के घर फ़ोन करके बोल देती हूं कि साहिल को वो कुछ दिन के लिए भेज दें. जब तक हम नहीं आते हैं. क्योंकि वो सही लड़का है और तुम्हारी सारी सहेलियां बेकार।

अब मुझे भी अंदर से खुशी थी साहिल के हमारे घर रुकने की!

तो दादी ने साहिल की मम्मी को फ़ोन करके बोला कि वो साहिल को कुछ दिनों के लिए हमारे घर भेज दें.
जिस पे साहिल की मम्मी ने बोला- ठीक है. आप निश्चिंत हो कर जाइए. हम साहिल को भेज देंगे।

वो दोनों एक घंटे बाद चली गयी और मैं घर का काम करने लगी.
खाना खाकर मैं सो गई।

साढ़े तीन बजे साहिल का फ़ोन आया- दरवाज़ा खोलो नीचे आकर!
तो मैं तुरंत नीचे गयी और वो ऊपर आ गया।

अब पहले तो मैंने उसको पानी दिया पीने को!
उसके बाद वो मेरी मम्मी के बारे में पूछने लगा कि क्या हुआ है.

थोड़ी बातचीत के बाद मैंने उसको पूछा- खाना खा लो!
तो वो बोला- मैं खाकर आया हूँ.

मैंने टीवी चालू किया और हम देखने लगे.
कुछ देर के ही बाद लाइट चली गयी तो एसी बंद हो गया तो कमरे में बहुत गर्मी हो गयी.

तो साहिल ने अपनी टीशर्ट उतार दिया और दूसरे कमरे में जाकर एक छोटी सी शॉर्ट्स पहन लिया जिसमें उसका काला नाग पेंडुलम के तरह हिलता साफ दिख रहा था।

फिर कुछ समय इसी तरह बीता.

तभी मेरी एक सहेली का फ़ोन आया. उसने मुझसे पूछा- कहाँ हो?
तो मेरे मुंह से निकल गया कि दादी और रागिनी घर से बाहर गए हैं और मैं अकेली हूँ.

उसने बोला- ठीक है. फिर तो मैं आती हूँ थोड़ी देर में!
अब मैं उसको मना नहीं कर सकती थी. मैं बुरी फंस गयी थी.

क्योंकि साहिल तो था.
और डर इसका नहीं था मुझे कि मैंने झूट बोला.
बल्कि अगर वो साहिल को देख लेती तो; वो एक बहुत बड़ी चुदक्कड़ लौंडिया है मेरी फ्रेंड वो हमेशा चूत चुदाई की बात करती है. वो लन्ड की बहुत भूखी है.

अगर वो साहिल को देख लेती तो बिना उससे चुदे न रहती.
और साहिल है भी इतना स्मार्ट!
ऊपर से उसका लौड़ा भी इतना शानदार है कि अगर वो सड़क पर नंगा होकर चले तो बहुत सी लड़कियाँ वहीं सड़क पर उससे चुदवा लें.

मुझसे इस बात से भी नहीं दुख था कि साहिल उसके चोदेगा. बस दुख इसका था कि अब मैं साहिल से प्यार करने लगी थी और अपना प्यार किसी से चुदे या किसी और को चोदे तब दुख होता है।
बहरहाल अब कुछ किया नहीं जा सकता था.

कुछ देर बाद साहिल वही आंगन में एक चटाई बिछा कर केवल शॉर्ट्स में एक्सरसाइज करने लगा.
मैं चुपके से टी वी देखने के बहाने उसको छुप कर देखने लगी.

तभी तक मेरी सहेली जिसका नाम राजसी है, उसकी कॉल आयी कि वो मेरे घर के नीचे खड़ी है।
मैं नीचे गयी और उसको साथ लेकर जैसे ही ऊपर आयी तो उसकी नज़र साहिल पर पड़ी.
उसने बहुत वासना भरी नज़र से साहिल के पूरे जिस्म को निहारा.

एक्सरसाइज करते समय सहिल का लन्ड भी अलग से साफ साफ दिख रहा था जिसको राजसी ने देखा और वो कमरे में आ गयी.

फिर मैं उसके लिए पानी लेकर आई तो उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने बगल में घसीट लिया और बोली- तू तो बोल रही थी कि अकेली हूँ. तब ये मस्त लौंडा कौन है?
मैंने राजसी को बताया कि ये मेरे एक रिश्तेदार का लड़का है.
फिर मैंने झूट बोला कि मुझे नहीं मालूम था कि दादी ने उसको बोल दिया था घर रुकने को! ये बस अभी पांच मिनट पहले आया है।

वो बोली- ये बता … इसने तुम्हारी ली या नहीं अब तक?
जिसपे मैंने अपना हाथ छुड़ाते हुए उसको बोला- पागल हो क्या? ये मेरे घर का है।

वो बोली- फिर ठीक है. तेरे घर का है … मेरे तो नहीं, मेरी ही सेटिंग करवा दी इससे।
मैं उससे बहुत मिन्नत करने लगी- प्लीज यार, जाने दो. अगर कोई दिक्कत हो गयी तो मेरे घर वाले मुझे बहुत गुस्सा करेंगे.

मैंने बहुत रोका उसको.
लेकिन अंत में उसने ये बोला- ठीक है. लेकिन अभी तक मैंने ये बात तेरे घर पर नहीं बोली है कि तू मेरे साथ दारू पीती है. और जब भी तुझे कोई भी मदद चाहिए होती है, तब मैं तेरा साथ देती हूं. लेकिन आज तुझे मेरी कसम है कि तू मुझे इससे चुदने से नहीं रोकेगी।

अब मैं कुछ नहीं बोल सकती थी उसकी कसम के आगे!
तो उसने एक प्लान बनाया कि मैं 6 बजे तक मार्किट चली जाऊँ … जिससे अगर कोई दिक्कत होगी तो सिर्फ राजसी का नाम आयेगा. मेरा नहीं!

फिर वो साहिल से जल्दी से बहुत फ्रैंक हो गयी और उससे बात करने लगी।

जब 6 बजे तो मैंने बोला साहिल से- मैं मार्किट जा रही हूँ, अभी कुछ देर में आऊंगी.
तो वो बोला- ठीक है।

मैं तैयार होकर नीचे उतरी और चैनल खोला. लेकिन मैं बाहर नहीं गयी. अंधेरा हो चुका था तो मैं चुपके से छत पर चली गयी जहाँ से नीचे का पूरा नज़र साफ दिखता है।

पहले तो उसने साहिल से इधर उधर की बात की.
और कुछ देर बाद लाइट चली गई तो फिर से गर्मी हो गयी तो राजसी बोली- बहुत गर्मी है यार … मैं नहा लूं जाकर!
साहिल बोला- ठीक है।

अब राजसी इतनी बड़ी रंडी है कि उसने दरवाज़े के तरफ मुंह करके, जिसके पीछे की तरफ साहिल बैठा था, पहले अपनी टोप उतारी और फिर ब्रा भी उतारकर बाथरूम में चली गयी.

और इधर साहिल का भी माहौल बन गया था, वो उठा और राजसी की ब्रा और टॉप को उठा कर सूंघने लगा.

और हाँ … आप लोगों को बता दूँ कि राजसी का रंग बिल्कुल मेरे विपरीत है, वो बिल्कुल गोरी है और उसका भरा बदन भी है। उसकी चूचियाँ दबवा मसलवा कर 32″ की हो गयी हैं और गांड मरवाने का भी उसको बहुत शौक था.

लेकिन अब तक उसको उसकी पसंद का लन्ड नहीं मिला था. उसकी पसंद का लन्ड साहिल के पास था.

लेकिन वो गांड पे चांटे बहुत मरवाती थी जिसकी वजह से उसकी गांड भी बहुत सूजी थी 34″ की … और उसकी उम्र 23 की!

तो अब साहिल उसके कपड़े सूंघ कर उसका स्पर्श ले रहा था.
तभी राजसी ने बाथरूम से आवाज़ लगाई- साहिल, तौलिया दे दो. मैं भूल गयी हूँ.

मुझे पता था कि वो जानबूझ कर भूली थी.
तो अब साहिल ने तौलिया लिया और बाथरूम के बाहर जाकर खड़ा हो गया.

तभी अचानक से राजसी ने पूरा दरवाज़ा खोल दिया. वो पूरी नंगी थी. उसकी 32″ की चूचियों पर शावर का पानी पड़ रहा था.
देखते ही साहिल के लंड ने झटका दिया.

साहिल ने जैसे ही तौलिया देने के लिए आगे हाथ बढ़ाया, राजसी ने उसको अंदर खींच लिया और अब वो भी उसके साथ शावर के पानी से भीगने लगा.
अब तक साहिल का लन्ड पूरा तन चुका था जो राजसी के निगाह में आ गया.

तो राजसी अपने घुटनों पे बैठ गयी और साहिल का लौड़ा उसकी शार्ट में ही मसलने लगी.
साहिल ने उसको अलग हटा कर बाहर जाने की कोशिश की.

लेकिन तब तक उसने साहिल की शार्ट नीचे खींच किया और तुरंत ही साहिल का वो आठ इंच लम्बा और तीन इंच मोटा लौड़ा अब राजसी अपने मुंह में अंदर बाहर करने लगी.
इसके बाद साहिल का विरोध बिल्कुल खत्म सा हो गया।

अब बहुत तेज़ तेज़ और पूरा अंदर हलक तक डालकर राजसी साहिल के लन्ड को चूस रही थी मानो लन्ड खा ही जाएगी।

साहिल ने शावर बन्द किया और राजसी को पीछे वाले कमरे में ले आया.
जब राजसी दरवाज़ा बन्द करने लगी तो साहिल ने बोला- रहने दो, गर्मी बहुत है. खुला रहने दो.

इससे मेरा काम हो गया वरना मैं उन दोनों की लाइव चुदाई मिस कर देती।

राजसी साहिल को होंठों को फिर से चूसने लगी और साहिल के दोनों हाथों को लेकर अपने दोनों 32″ की चूचियों पर रख कर मसलने लगी.

वो अपने एक हाथ को साहिल के पीछे से सर पर रख कर अपने मुंह की तरफ दबाव दे रही थी.
और दूसरे हाथ से साहिल के लौड़े को सहला रही थी।

कुछ देर बाद साहिल ने उसके गालों और उसके गले को बड़े प्यार से चूसा.
एक दो जगह गाल और गले पर कस के काट भी लिया.

इस वजह से राजसी की सिसकियाँ बन्ध गयी.

अब साहिल धीरे धीरे उसके बदन को चूमते हुए उसके चूचों तक पहुँचा. उनको उसने खूब दिल भर कर दबाया और मसला.
और फिर उसके निप्पलों को भी खूब चाटा.
फिर उसके पूरे दूध को साहिल मसल मसल कर पीने लगा.

इसके बाद साहिल ने राजसी को बेड पर लिटा दिया. अब वो उसके पूरे बदन को चूमता चाटता हुआ उसकी चूत तक पहुँचा.

जिसके बाद शायद राजसी से रहा नहीं गया तो राजसी ने उसके बालों को अपने दोनों हाथों से पकड़ कर अपनी चूत में साहिल का मुंह घुसा लिया.

साहिल ने भी पहले तो मज़े से अपनी जीभ से राजसी की चूत को खूब अच्छे से चाटा और फिर अपनी जीभ उसमें घुसाने लगा.

इस वजह से राजसी एकदम से अधिक उत्तेजित हो गयी और ‘उफ्फ ई आह आह … साहिल घुस जा मेरे अंदर … और ज़ोर ज़ोर से …’ बोल कर सिसकारियाँ लेने लगी।

कुछ देर अपनी चूत चटवाने के बाद जब राजसी झड़ गयी.
तो एकदम से वो उठी और साहिल को एक झटके में उसने नीचे लिटा दिया और खुद उसके ऊपर सवार होकर उसको पहले तो खूब जोश में साहिल को होंठों से अपनी चूत का पानी साफ किया.
उसके बाद वो वही साहिल की तरह उसके पूरे जिस्म को चूमते हुए उसके लन्ड तक पहुँच कर देखने लगी.

तो साहिल ने पूछा- क्या हुआ?
राजसी बोली- जब से मेरी सील टूटी है, तब से मैं इसी तरह के मोटे तगड़े लन्ड से अपनी जिस्म की प्यास बुझाना चाहती थी. लेकिन कभी मिला ही नहीं!
जिस पे साहिल बोला- आज मिला है तो कर लो अपनी हसरत पूरी!

राजसी बोली- क्या ये मुझे पहली और आखरी बार मिला है? क्योंकि इस तरफ के लन्ड से अगर मैं रोज़ चुदूँ तो मेरा जीवन खुशनसीब है. वरना क्या मतलब!
और अगले ही पल राजसी बोली- अगर तुम चाहो तो अंजलि को कभी नहीं मालूम चलेगा. और मैं तुम्हारी रखैल ज़िन्दगी भर बनने को तैयार हूँ. तुम जब चाहो मेरी ठुकाई कर लेना.

साहिल ने राजसी का मुंह दोनों हाथों से पकड़ कर पूरा अपना लन्ड उसमें ठूंस दिया और लन्ड पूरा अंदर बाहर करने लगा.

कुछ देर बाद साहिल ने उसका मुंह छोड़ दिया.
लेकिन राजसी उसी तरह उसका लन्ड और उसकी दोनों गोलियां अपने मुंह में डाल कर तकरीबन दस मिनट तक उसका लन्ड चूसती रही।

दस मिनट बाद सहिल ने राजसी को अपने लन्ड पे चढ़ाया.
राजसी ने अपने चूत में थोड़ा सा थूक लगा कर गीला किया और साहिल का लन्ड अपनी गीली चूत में समा लिया.

साहिल ने राजसी की गांड पर तीन एकदम जोर के थप्पड़ मारे.
राजसी लन्ड पर उचक उचक कर अपनी चूत साहिल के मोटे लन्ड से मरवाने लगी.

उसकी 32″ की दोनों चूचियाँ हवा में झूल रही थी. जिनको साहिल अपने हाथों में थाम कर मसलने लगा.

कुछ देर इसी आसन में ठोकने के बाद साहिल ने राजसी की पीठ को पकड़ कर अपने सीने से उसकी छाती को चिपका लिया. फिर खुद अपने कूल्हे उठा उठा कर पूरी रफ्तार में राजसी की चूत चोदने लगा.

इसी तरह साहिल ने काफी देर राजसी की चूत फाड़ने के बाद अपना माल उसकी चूत के मुहाने पर गिरा दिया जो टपक टपक कर नीचे चादर पर गिरने लगा।

No comments