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मेरी बीवी की ब्वॉयफ्रेंड के साथ पहली चुदाई

मेरी बीवी का पहला सेक्स कैसे हुआ, मुझे मेरी बीवी ने खुद बताया. हमारी शादी से पहले उसने पहली बार अपनी चूत में लंड लिया। उसके यार ने उसे चोदकर प्रेग्नेंट भी किया था।

दोस्तो, मैं आपके लिए अपनी नई सेक्स स्टोरी लेकर आया हूं।
मेरी पिछली कहानी मेरी बीवी का पुराना यार आपने पढ़ी होगी, आज की कहानी उसी का अगला भाग है।

मेरी बीवी ने बताया कि उसका यार उसके बचपन का दोस्त था, जिसका नाम राज है। वो उसके घर के बगल में ही रहता था।
फिर उसने उन दोनों की सेक्स स्टोरी के बारे में बताया।

अब मेरी बीवी के शब्दों में उसका पहला BF सेक्स सुनें:

मैं राज को शुरू से ही चाहती थी।
स्कूल खत्म होने के आखिरी साल में उसने मुझे प्रपोज भी कर दिया था।
उसके बाद हम लोग बाहर रेस्तरां आदि में मिलने लगे।

धीरे-धीरे हम लोग होटल में भी मिलने लगे। अब हम दोनों में किस वैगरह भी होने लगा था। वो मेरे बूब्स को भी दबाता था और किस करता था।
मुझे भी उसके साथ बहुत अच्छा लगता था।

कुछ दिन हमारा ऐसा ही चला और एक दिन उसने मेरी चूत पर हाथ रख दिया; वो सलवार के ऊपर से ही मेरी चूत भी सहलाने लगा।
मैंने उसको एक-दो बार तो रोका लेकिन फिर मुझे भी अच्छा लगने लगा।

उस दिन मेरी चूत में मुझे गीलापन भी महसूस हुआ।
मुझे बहुत ही अलग फीलिंग आ रही थी।

कुछ दिन ऐसे ही वो मुझे गर्म करता रहा।
धीरे-धीरे अब मेरी चूत में बहुत ज्यादा गर्मी होने लगी।

एक दिन उसने मुझे किस करते हुए सलवार में हाथ को अंदर घुसा दिया।
मैंने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन मैं ज्यादा जोर से बोल नहीं सकती थी क्योंकि किसी के सुनने का डर था।
इसलिए मैं उसको रोक नहीं पाई और उसने हाथ अंदर डाल दिया।

उसने हाथ रखकर मेरी चूत को सहलाना शुरू किया।
मुझे बहुत मजा आने लगा।
मेरी चूत में आज अलग ही मजा मिल रहा था।

फिर उसने चूत में उंगली अंदर घुसा दी और मैं उचक गई।
मैंने उसका हाथ निकालने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माना।

वो चूत में उंगली को अंदर-बाहर करने लगा।

अब उसकी उंगली मेरी चूत में भीतर तक जा रही थी और मुझे इसमें मजा आने लगा।

धीरे धीरे उसकी उंगली की स्पीड तेज हो गई।
अब वो तेजी से मेरी चूत को सहला रहा था और उसमें उंगली किए जा रहा था।
अब मेरी चूत को बहुत अच्छा लग रहा था।

फिर हम अलग हो गए।
मुझे लगने लगा कि मैं प्यासी सी रह गई।

फिर जब हम अगली बार मिले तो उसने फिर से मेरी चूत में उंगली की।

अब जब भी हम मिलते तो वो मेरी चूत को सहलाता और उंगली करता रहता।

मैंने भी उसका लंड पकड़ना शुरू कर दिया।
मैं उसके लंड को हाथ में लेकर सहलाती थी।

अब हम दोनों ही आगे बढ़ना चाह रहे थे।

हम होटल में एक दिन मिले।
मैं उसके बताये टाइम पर पहुंच गई।

कुछ देर हम वहां के रेस्तरां में बैठे और कॉफी पी। फिर हम अंदर रूम में आ गए।
अंदर जाकर जैसे ही हमने दरवाजा बंद किया, हम एक दूसरे से लिपट गए।

हम दोनों एक दूसरे के गले लगे हुए ऐसे बदनों को सहला रहे थे जैसे जन्मों के बाद मिल रहे हों।
दोनों के होंठ मिलते देर नहीं लगी।

लगभग 10 मिनट तक हम दोनों खड़े हुए ही किस करते रहे।
फिर उसने मेरे बदन से कपड़े उतारना शुरू किया।

पहले उसने मेरी कुर्ती को उतारा।
मेरी ब्रा में मेरी कैद चूचियां अब उसे साफ दिखाई दे रही थीं।

मैं शर्मा रही थी; मैंने अपने चेहरे को ढक लिया था।

फिर उसने धीरे से मेरी ब्रा पर हाथ डाला।
मैंने उसके हाथ को रोक लिया।
उसका हाथ मेरी चूची पर मेरे हाथ के नीचे दबा था।
लेकिन उसने अपने दूसरे हाथ से मेरे हाथ को हटा दिया।

उसके बाद उसने मेरी ब्रा के हुक खोल दिए। अब मेरी चूचियां उसके सामने नंगी हो गईं।
उसने मेरी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया।

मुझे पहले तो बहुत दर्द हो रहा था लेकिन फिर मजा आने लगा।
वो मेरी चूचियों को पीने लगा और मैं हल्के से सिसकारने लगी।

वो नीचे से मेरी चूत वाले हिस्से पर अपनी पैंट की चेन वाला हिस्सा रगड़ रहा था जैसे कि मेरी चूत में लंड घुसाना चाहता हो।
मैं भी काफी गर्म हो गई थी।

फिर उसने मेरी चूचियों से मुंह हटाया और मेरी सलवार खोलने लगा।
उसने मेरी सलवार को नीचे सरकाते हुए मेरे पैरों से निकलवाकर अलग फेंक दिया।

अब मेरे बदन पर सिर्फ एक पैंटी ही बची थी।

वो मुझे देख रहा था और मुझे बहुत शर्म आ रही थी।

अब वह मेरे पास आया और मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
मैं भी उसकी बांहों में लिपट गई।

वो पीछे हाथ ले गया और मेरे होंठों को चूसते हुए मेरे कोमल मुलायम चूतड़ों को अपने हाथों में भर लिया।
उनको अपनी तरफ धकेलते हुए जोर जोर से दबाने लगा।

वो पैंटी के ऊपर से मेरी गांड दबा रहा था और उसका लंड मेरी चूत पर टकरा रहा था।
लेकिन मैंने पैंटी पहनी थी और उसने पैंट अभी उतारी नहीं थी।
मेरी चूत और उसके लंड के बीच में हम दोनों के कपड़ों की दीवार थी।

अब उसका हाथ नीचे गया और मेरी पैंटी के ऊपर से वो मेरी चूत को सहलाने लगा।
मेरी चूत में मुझे गीलापन महसूस हो रहा था।

फिर उसने मेरी पैंटी को उतार दिया और मुझे पूरी नंगी कर दिया।
तब उसने अपने कपड़े भी उतारने शुरू कर दिए और देखते ही देखते वो भी पूरा नंगा हो गया।

अब मैं भी उसको देख रही थी।
उसका लंड एकदम से तना हुआ था और जिस पर आगे पानी भी लगा हुआ था।

अब दोनों करीब आए और एक दूसरे को बांहों में भरकर ऐसे चिपक गए जैसे कभी अलग नहीं होंगे।
उसने मुझे बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया।

काफी देर तक वो मेरी गर्दन और गालों पर चूमता रहा।
फिर वो नीचे बैठ गया और मेरी चूत खोलकर देखने लगा।

मुझे बहुत अजीब लग रहा था और शर्म भी आ रही थी।

फिर उसने जीभ निकालकर मेरी चूत को चाट लिया।
मैं एकदम से सिहर गई; मेरी चूत में एक करंट सा दौड़ गया।

एक बार फिर से उसने मेरी चूत पर नीचे से ऊपर जीभ फिरा दी।
उसके बाद उसने कई बार मेरी चूत को चूमा और मुझे मजा आने लगा।

अब मुझे भी उसका लंड पकड़ने का मन कर रहा था।

इतने में वो उठा और अपने लंड पर मेरा हाथ रखवा दिया और खुद मुझसे लिपट कर मेरे मुंह में जीभ देकर चूसने लगा।
मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और हाथ में लेकर सहलाने लगी।

फिर उसने धीरे से कहा- तुम इसको किस करके देखो ना!
फिर मैंने शर्माते हुए नीचे बैठकर उसके लंड को देखा और उस पर किस कर लिया।

वो बोला- एक बार मुंह में भी लेकर देखो।
मैंने ना में गर्दन हिला दी।

वो बोला- प्लीज, बहुत मन कर रहा है, एक बार देखो तो लेकर!
फिर मैंने उसके लंड को मुंह में ले लिया।

मैंने उसको चूसना शुरू किया और धीरे-धीरे मुझे लंड चूसने में मजा आने लगा। मैंने काफी देर तक उसके लंड को चूसा।

उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं।
उसने मेरे सिर को धीरे धीरे लंड पर दबाना शुरू कर दिया।

लेकिन अब लंड गले में लगने लगा और मुझे उल्टी आने लगी।

फिर उसने लंड को निकाल लिया।
उसका लंड पूरा गीला हो गया था।
उस पर मेरे मुंह की लार लग गई थी।

अब उसने मुझे उठाया और मेरी चूत को सहलाने लगा और उसमें उंगली डालकर चोदने लगा।

मैंने उसको बांहों में भर लिया।
मुझे बहुत उत्तेजना हो रही थी।

मेरी चूत में जैसे बहुत बेचैनी हो रही थी उसकी उंगली जाने से!
अब उसने मुझे उठाया और बेड पर ले गया, फिर मेरी टांगों को खोल लिया और अपना लंड मेरी चूत पर टिका दिया।

मुझे अब बहुत डर लग रहा था लेकिन उसने लंड नहीं डाला और मेरे ऊपर लेटकर मुझे किस करने लगा।

हम दोनों के होंठ फिर से मिल गए।

उसका लंड मेरी चूत पर लगा हुआ था।
मुझे ऐसे में बहुत मजा आ रहा था क्योंकि उसका लंड बार बार मेरी चूत के छेद पर रगड़ रहा था।

अब मेरा मन उसका लंड अंदर लेने का होने लगा।
धीरे धीरे उसने लंड को अंदर धक्के देना शुरू किया।

हम दोनों अभी भी किस कर रहे थे।
फिर एकदम से उसके लंड का झटका लगा और मेरी चूत में लंड घुस गया।

मुझे बहुत दर्द हुआ लेकिन उसने मेरे होंठों में अपने होंठों को डाला हुआ था।

लंड घुसाकर वो वहीं रुक गया, मेरे बदन को सहलाने लगा।

उसके बाद उसने धीरे धीरे लंड को फिर से धकेलना शुरू किया।

अब उसका लंड धीरे धीरे करके मेरी चूत में पूरा अंदर चला गया।
लंड अंदर जाने के बाद राज ने धक्के लगाने शुरू किए और मुझे चोदने लगा।

कुछ देर तक मुझे दर्द होता रहा लेकिन फिर मजा आने लगा।
अब वो तेजी से मुझे चोद रहा था और मेरा सारा दर्द खत्म होता जा रहा था।
मैं अब मस्त होकर चुदने लगी।

राज की स्पीड अब बहुत तेज हो गई थी, वो एकदम पागल होकर मेरी चुदाई कर रहा था और मेरी चूत पूरी खुलती जा रही थी।

दस मिनट तक चोदने के बाद उसने एकदम से लंड को निकाल लिया और उसका माल निकल गया।

फिर वो मेरे ऊपर लेट गया और हम दोनों ने एक दूसरे को बांहों में ले लिया।
कुछ देर हम ऐसे ही लेटे रहे।

मुझे आज बहुत संतुष्टि महसूस हो रही थी।

चुदाई करने के बाद फिर जल्दी से खड़े हुए और अपने अपने कपड़े पहनने लगे।

देखा तो बेडशीट पर खून लग गया था।
हमने उसको पानी से साफ किया।

उसके बाद हमने साफ सफाई की और फिर एक दूसरे के गले मिले।
फिर हम होटल से बाहर आ गए।

इस तरह से हमने पहली चुदाई की।

मेरी भाभी को भी राज के बारे में तब पता लग चुका था।
हमने मंदिर में ही शादी भी कर ली।

इस तरह से राज मेरा पहला पति बना।

थोड़े थोड़े दिन में हम एक बार मिलते थे और सेक्स किया करते थे।

ऐसे ही करते करते मैं कुछ दिन बाद प्रेग्नेंट हो गई।
मैं बहुत डर गई कि अब क्या होगा।

फिर उसने एक डॉक्टर से बात की और मेरा अबॉर्शन करवा दिया।
उस बच्चे के बारे में फिर किसी को नहीं पता चला।

एक बार हम बांध पर भी घूमने गए।
हम पानी के अंदर थे और काफी दूर निकल आए थे।
वहां पर हमें कोई देखकर नहीं बता सकता था कि हम क्या कर रहे हैं।

उसने पानी में ही मेरे कपड़े उतारना शुरू कर दिया।
हम दोनों नीचे से नंगे हो गए और पानी में ही सेक्स करने लगे।
हम पानी में एक दूसरे से चिपके हुए थे।

उसने पानी में ही मेरी चूत में लंड देकर खूब हिलाया और मुझे किस करता रहा।

जब कोई दूर से आता हुआ दिखाई दिया तो हम जल्दी से वहां से निकल गए।
वहां डैम पर आउटडोर सेक्स में मुझे बहुत मजा आया।

इस तरह से उसने मुझे बहुत बार चोदा।

लेकिन फिर उसने धोखे से कहीं और शादी कर ली और मुझे छोड़कर चला गया।
उसके बाद मैं बहुत परेशान रहने लगी और मरने की सोचने लगती थी।

लेकिन मैं किसी तरह बच गई और मेरी शादी आपके साथ हो गई।

जब मैं आपके साथ होती हूं तो किसी और के बारे में सोचती भी नहीं हूं।
लेकिन अब आपने मुझे मेरे पुराने यार से मिलवा दिया है तो अब उससे बात करने का मन करता है।
मेरी चूत गीली हो जाती है।
मैं सोचने लगती हूं कि जैसे राज आकर अब मुझे चोद दे।

तो दोस्तो, मेरी बीवी ने पूरी सेक्स कहानी मुझे बतायी कि कैसे वो अपने पुराने यार से चुदी और अब फिर से वो उससे चुदना चाहती है।
मुझे भी इसमें कोई आपत्ति नहीं है। उसकी चूत हमेशा ही उसके यार के लिए पानी छोड़ती रहती है।

अब वो अपने यार राज का नाम लेकर ही मुझसे चुदती है।

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